Barish ki Dua in Hindi :- अस्सलामु अलैकुम मेरे प्यारे मुसलमान भाइयों और बहनों क्या आप बारिश की दुआ के बारे में जानकारी खोज रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर है ।
आज के इन आर्टिकल में हम आपको Barish ki Dua के बारे में बताने वाले हैं, तो मेरी आप से एक ही गुजारिश है, कि हमारे इस पोस्ट Barish ki Dua in Hindi को शुरू से अंत तक पढ़े ताकि कोई भी जानकारी आप से छूट न पाये।
आर्टिकल को शुरू करने से पहले हम आप को बता दें, कि इस आर्टिकल में हम बारिश होने की दुआ ,बारिश के वक़्त की दुआ ,बारिश रोकने की दुआ ,इन सभी चीजों पर चर्चा करने वाले हैं, तो चलिये शुरू करते हैं
Barish Hone ki Dua
Contents
- 1 Barish Hone ki Dua
- 2 🌧️ बारिश मांगने की दुआ (Barish Mangne Ki Dua)
- 3 📜 अरबी में:
- 4 📖 हिंदी तर्जुमा:
- 5 ☔ बहुत ज़्यादा बारिश रुकवाने की दुआ (Barish Rokne Ki Dua)
- 6 📜 अरबी में:
- 7 📖 हिंदी तर्जुमा:
- 8 📿 आप इन दुआओं को कब पढ़ सकते हैं?
- 9 ✅ क्या आप चाहें कि इन दुआओं को मैं PDF फॉर्मेट या इमेज कार्ड में बना दूँ?
बारिश होने भी बहुत जरूरी है, अगर आप एक किसान है, तो आपके लिए तो बारिश एकदम लाजमी है, कभी कभी इतनी गर्मी हो जाती है, कि उस समय भी बारिश की जरूरत होती है ।
ये सब कुछ ऐसे चीजे जिसके लिए बारिश की जरूर होती है, लेकिन आप ऐसी जगह रह रहे हैं, जहाँ बारिश नहीं हो पा रही है।
तो आप नीचे बताये गए दुआ को पढ़ सकते, अल्लाहः ताला सब की फरमान सुनता है, आप की भी सुनेगा और बारिश देगा।
Barish Ki Dua In Arabic
اللَّهُمَّ أَغِثْنَا
Barish Ki Dua In Hindi
अल्लाहुम-म अगिस्ना
Barish Ki Dua In English
Allahum-ma Agisna
बारिश होने की दुआ का तर्जुमा
तर्जुमा:- ऐ अल्लाह! हमें बारिश दे।
Barish ke Waqt ki Dua
दोस्तों हमारे मुसलमान भाइयों और बहनों में कुछ ऐसे लोग है जिन्हें बारिश के समय कौन से दुआ पढ़ी जाए इसमें वो समझ नहीं पाते हैं
नीचे हमनें ये बताया है कि बारिश जब हो तो उस वख्त ये दुआ को 5से 7 बार जरूर पढ़ें इसका मतलब होता है कि या खुद तो बारिश को बहुत बरसाने वाला और नफा पहुँचाने वाला बना।
Barish ke Waqt ki Dua in Hindi
- अल्लाहुम-म सय्य्बिन नाफ़ीअन
Barish ke Waqt ki Dua in English
- Allahum-ma Sayyiban Nafi’a
बारिश के वक़्त की दुआ का तर्जुमा
तर्जुमा :- ऐ अल्लाह! इसको बहुत बरसने वाला और नफ़ा देने वाला बना।
Barish Rokne ki Dua
दोस्तों किसी भी चीज का हद से ज्यादा होना भी हानिकारक होता है उसी तरह बारिश भी अगर नहीं होता है तो लोग परेशान रहते हैं अगर ज्यादा हो जाता है फिर भी लोग परेशान हो जाते हैं ।
ज्यादा बारिश के कारण सुनाही , बाढ़ आ जाती है तो जब ज्यादा बारिश होने लगे तो आप ये दुआ पढ़े
Barish Rokne Ki Dua In Hindi
- अल्लाहुम्मा हवा लैय्ना वला अलैय्ना, अल्लाहुम्मा अलल आअ’कामी वज’ज़ि’रब्बी वा बुतुनिल अवदियती वा मन’अबितिशी शजर
Barish Rokne Ki Dua In English
Allaahumma hawa laynaa walaa ‘alaynaa,
Allaahumma ‘alal aakaami waz ziraabi
wa butoonil awadiyati wa manaabitish shajar
बारिश रोकने की दुआ का तर्जुमा
तर्जुमा:- ऐ अल्लाह ! हमारे इर्द गिर्द बारिश बरसा, (ताकि ज़रूरते पूरी हो जाये) हम पर न बरसा, ऐ अल्लाह! टीलो, पहाड़ियों, वादियों और दरख्तों के उगने की जगहों पर बारिश बरसा।
निष्कर्ष ( Conclusion ) :-
तो मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आज आप ने बारिश की दुआ के बारे में जाना और साथ मे ये भी जाना कि बारिश के समय कौन से दुआ पढ़ी जाए ।
तो आप को हमारा आर्टिकल कैसा लगा अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें अगर आप के मन मे कोई सवाल हो तो जरूर पूछे ।
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इस्लाम में बारिश मांगने (सालातुल इस्तिस्क़ा) या बारिश रुकवाने के लिए दुआ करना सुन्नत है। नबी ﷺ ने ऐसे मौकों पर अल्लाह से सीधे दुआ की — कभी बारिश की ज़रूरत पर, तो कभी बहुत ज़्यादा बारिश रुकवाने के लिए।
🌧️ बारिश मांगने की दुआ (Barish Mangne Ki Dua)
📜 अरबी में:
اللّٰهُمَّ أَسْقِنَا غَيْثًا مُغِيثًا، مَرِيئًا مَرِيعًا، نَافِعًا غَيْرَ ضَارٍّ، عَاجِلًا غَيْرَ آجِلٍ
Allāhumma asqinā ghaithan mughīthan, marī’an marī‘an, nāfi‘an ghayra ḍārrin, ‘ājilan ghayra ājil.
📖 हिंदी तर्जुमा:
“ऐ अल्लाह! हमें ऐसी बारिश दे जो मददगार हो, मनभावन हो, भरपूर हो, नफा देने वाली हो, नुकसान पहुंचाने वाली न हो, और जल्दी आने वाली हो, देर से नहीं।”
☔ बहुत ज़्यादा बारिश रुकवाने की दुआ (Barish Rokne Ki Dua)
📜 अरबी में:
اللّٰهُمَّ حَوَالَيْنَا وَلَا عَلَيْنَا، اللّٰهُمَّ عَلَى الْآكَامِ وَالظِّرَابِ، وَبُطُونِ الْأَوْدِيَةِ، وَمَنَابِتِ الشَّجَرِ
Allāhumma hawālaynā wa lā ‘alaynā, Allāhumma ‘alal-ākāmi waẓ-ẓirābi, wa buṭūnil-awdiyati wa manābitish-shajar.
📖 हिंदी तर्जुमा:
“ऐ अल्लाह! हमारे चारों तरफ़ बारिश कर, हमारे ऊपर नहीं। ऐ अल्लाह! पहाड़ों पर, टीलों पर, घाटियों में और पेड़ों की जड़ों में बारिश बरसा।”
📿 आप इन दुआओं को कब पढ़ सकते हैं?
- बारिश की जरूरत हो: नमाज़ के बाद, हाथ उठाकर या इमाम के साथ सामूहिक दुआ में।
- अगर बारिश ज़्यादा हो रही हो और परेशानी दे रही हो, तो दूसरी दुआ पढ़ी जाती है।
✅ क्या आप चाहें कि इन दुआओं को मैं PDF फॉर्मेट या इमेज कार्ड में बना दूँ?
आप मोबाइल में सेव करके रख सकते हैं या किसी को भेज भी सकते हैं। बताएं, किस फॉर्मेट में चाहिए?