Inna lillahi wa inallah-e-raji’oon meaning in hindi :- अस्लामलैकुम मेरे प्यारे मुसलमान भाइयों और बहनों आज के इस पोस्ट में हम inallah-e-raji’oon meaning in hindi के बारे में जानने वाले हैं ,और साथ मे ये भी जानने वाले हैं कि इस दुआ को कब पढ़ा जाता है ।
अगर आप भी जानना चाहते हैं, कि inallah-e-raji’oon का मतलब क्या होता है और इसे कब पढ़ा जाता है ? तो इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें ।
Iinallah-e-raji’oon क्या है ? – Inna lillahi wa inallah-e-raji’oon meaning in hindi
Contents
इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजी उन की बात करें, तो ये एक कुरान शरीफ की आयत है – जिसका अर्थ है, कि हम अल्लाह के ही है और हमें अल्लाह की ओर लौट जाना है।
इस दुआ को बहुत से जगह पढ़ा जाता है, लेकिन बहुत से लोगो को लगता है, कि इस दुआ को शिर्फ़ लोगों का इंतेक़ाल हो जाने पर ही पढ़ा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है ।
inallah-e-raji’oon दुआ को कब पढ़ा जाता है ?
इस दुआ को तो वैसे बहुत से जगह पढ़ा जाता है, लेकिन कुछ लोग सिर्फ जब लोगो का इंतेक़ाल हो जाता है, तब पढ़ते हैं, वहाँ तो इस दुआ को पढ़ा ही जाता है लेकिन और भी कुछ ऐसे काम है, जिसमे इस दुआ को पढ़ा जाता है जिसकी जानकारी नीचे है :-
- किसी तरह की परेशानी आने पर
- कोई वस्तु खो खो जाए तब ।
- किस सख्स के चले जाने पर ।
- अगर कोई चीज नहीं मिल रही हो तब ।
- किसी तरह की नुकसान हो जाने पर ।
तो इन सब चीजों को घटने से आप इस दुआ को पढ़ सकते हैं.
inallah-e-raji’oon का मतलब क्या होता है ?
इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजी उन का मतलब है, कि हम तो अल्लाह के है और हम उसी की तरफ लौट कर जाने वाले है।
निष्कर्ष :-
तो दोस्तों आज आप ने जाना, कि inallah-e-raji’oon meaning in hindi के बारे में तो आपको ये पोस्ट कैसा अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें अगर आप के मन मे इस आर्टिकल से जुड़े कोई सवाल हो तो जरूर पूछे ।
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“Inna lillahi wa inna ilayhi raji’un” (Arabic: إِنَّا لِلَّٰهِ وَإِنَّا إِلَيْهِ رَاجِعُونَ)
यह कुरआन की आयत सूरह अल-बक़राह (2:156) से ली गई है।
📖 हिंदी अनुवाद (Meaning in Hindi):
“निश्चय ही हम अल्लाह के हैं और हमें उसी की ओर लौट कर जाना है।”
🕊️ यह वाक्य कब पढ़ा जाता है?
यह दुख या क्षति (जैसे किसी की मृत्यु, कोई आपदा या नुकसान) के समय कहा जाता है।
यह वाक्य हमें यह याद दिलाता है कि हम इस दुनिया में केवल अस्थायी हैं और हमारी असली वापसी अल्लाह के पास है।
🧘♂️ भावार्थ:
- हमारा जीवन, हमारे पास की हर चीज़ अल्लाह की अमानत है।
- जब कोई चीज़ हमसे छिन जाती है, तो यह याद दिलाया जाता है कि सब कुछ अल्लाह का ही है।
- यह वाक्य हमें सब्र (धैर्य) और तवक्कुल (विश्वास) सिखाता है।
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