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Isha ki Namaz ka Tarika, Niyat Rakat, Tajurma कैसे करे

Isha ki Namaz ka Tarika :- आज के इस पोस्ट हम बात करने वाले हैं, ईशा की नमाज के बारे और जानने वाले हैं, कि ईशा की नमाज को पढ़ने का सही तरीका क्या है ? ईशा की नमाज की रकत ? ईशा की नमाज की टाइमिंग ?

तो अगर आप पूरी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे इस पोस्ट Isha ki Namaz ka Tarika को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े

ईशा की नमाज क्या है ? – Isha Namaz Kya Hai

दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं, कि ईशा की नमाज हमारे पांच वख्तो की नमाज की आखरी नमाज होती है।

इस नमाज की रकत बाकी सभी नमाजों से ज्यादा होती है, इस नमाज की अपनी ही एक अलग फ़ज़ीलत होती है।

दोस्तों इस नमाज को पढ़ने से पहले हम कुछ चीजें को जानना बेहद जरूर है, जैसे कि इसकी टाइमिंग और रकत तो चलिये पहले इसके बारे में जान लेते हैं।


Isha ki Namaz ka Time

दोस्तों इस नमाज की टाइमिंग की बात करें, तो इस नमाज की टाइमिंग मौसम के अनुसार बदलता रहता है।

जहाँ गर्मी के मौसम में ईशा की नमाज का समय 8 बजे से लेकर 8:30 बजे तक होती है वहीं शर्दी यानी ठंड के मौसम में इसकी टाइमिंग 7 बजे से लेकर 7:45 तक होती है ।

तो अगर आप मस्जिद में इमाम के साथ फ़र्ज़ नमाज अदा करना पसंद करते हैं तो आप आजान सुनते ही अपने घर से मस्जिद के लिए रवाना हो जाये ताकि आप सुन्नत की नमाज को भी अदा कर सके ।

जैसा कि आप लोगो को मालूम ही होगा कि आजान के बाद 15-20 मिनट का समय होता उसके बाद नमाज के लिए मौलाना खड़े हो जाते हैं तो आजान सुनते ही 15-20 मिनट के भीतर मस्जिद में दाखिल हो जाये ताकि आप इमाम के साथ नमाज को अदा कर सके ।

चलिये अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस नमाज की रकत के बारे …


ईशा की नमाज में कितनी रकत होती है ? – Isha Namaz Ki Rakat

दोस्तों जैसा कि आप लोगो को पता होगा, कि ईशा की नमाज की रकत बहुत होती लेकिन नंबर में कितना होता है, ये कुछ ही लोगो को पता होता है ।

इसकी रकत की बात करें तो 17 रकत ईशा की नमाज में होता है जिसके बारे में आपको नीचे जानने को मिल जाएंगे।

17 रकत की नमाज को इस तरह बांटा गया है जो कि निम्न है:-

दोस्तों वैसे तो लोगों को 17 रकत की नमाज़ पूरी पढ़नी चाहिए लेकिन अधिकतर लोग शिर्फ़ लेकिन अधिकतर लोग 13 रकत या 9 रकत ही नमाज़ पढ़ते जो कि जरूर है, इतना पढ़ने आपकी ईशा की नमाज पूरी हो जाती है।

लेकिन अगर आपके पास समय हो तो पूरी रकत को जरूर पढ़ें अल्लाह ताला आपको  इसके बदले और जवाब जरूर देंगे इंसाहअल्लाह।


Isha ki Namaz ki Niyat Kaise Kare

दोस्तों किसी भी नमाज लिए नियत करना बेहद जरूर नियत का मतलब होता है दिल से नमाज को पढ़ना तो जब भी आप कोई नमाज पढ़े तो पहले नियत करें

जैसे अगर हम ईशा की नमाज पढ़ने जा रहे और हमें 4 रकत सुन्नत पढ़ना है तो उसके लिए आप इस तरह से नियत कर सकते हैं

नियत करता हूं मैं 4 रकात नमाज ईशा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताआला के मुंह मेरा तरफ काबा शरीफ के अल्लाहू अकबर”

अगर आप ईशा की 4 रकत फ़र्ज़ नमाज पढ़ने जा रहे हैं, तो उसके लिए आप इस तरह से नियत कर सकते हैं

नियत की मैंने चार रकआत नमाज ईशा की फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर

दोस्तों ये था नियत का तरीका चलिये अब इस नमाज को पढ़ने के तरीके के बारे में जान लेते हैं ।


Isha ki Namaz ka Tarika

दोस्तों जैसा कि आप को मालूम है, कि इस नमाज में 17 रकत होती है, तो हमने निचे इन 17 रकत को कैसे पढ़े स्टेप बाई स्टेप बताया है, तो ध्यान से पढ़े :-

Isha ki 4 Rakat Sunnat Namaz padhne ka Tarika

दोस्तों ईशा की 4 रकत की नमाज पढ़ने का तरीका निम्न है ।

सुबहानकल्लाहुम्मा वबि ‘हम्दिका व तबारा कस्मुका व त’आला जद्दुका व ला इलाहा ग़ैरुक .

अल्हम्दुलिल्लहि रब्बिल आलमीन अर रहमा निर रहीम मालिकि यौमिद्दीन इय्याक न अबुदु व इय्याका नस्तईन इहदिनस् सिरातल मुस्तक़ीम सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व लद दाालीन~आमीन

ईशा की नमाज में 4 रकत फ़र्ज़ पढ़ने का तरीका

तो दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि फ़र्ज़ नमाज इमाम के साथ पढ़ा जाता है तो जिस तरह से इमाम padha रहे हैं उसे बस आपको फॉलो करना है और जो सूरह नमाज के लिए जरूरी है उसे पढ़ना है।

दोस्तों इसी तरह आपको कोई भी नमाज पढ़ना हो वो पढ़ सकते हैं नमाज का तरीका सेम होता है ।

3 रकअत वितिर नमाज पढ़ने का तरीका

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि ईशा की नमाज में हमे 3 रकत वितिर नमाज अदा करनी होता है जिसका तरीका नीचे आप देख सकते हैं।

इस तरह आपकी वितिर की नमाज पूरी होती है …


निष्कर्ष – conclusion

तो दोस्तों आज आपने सीखा की इशा की नमाज का क्या तरीका है ईशा की नमाज की टाइमिंग और रकत आपको हमारा ये पोस्ट Isha ki Namaz ka Tarika कैसा लगा अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें।

अगर आपके मन मे इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल हो, तो जरूर पूछे इसी तरह की जानकारी पाने के लिए हमे फॉलो करना न भूलें।

इसे अपने दोस्तो ,रिस्तेदार औऱ भाइयों के साथ शेयर जरूर करें।

ईशा की नमाज़ (Isha Ki Namaz) इस्लाम की पांच फ़र्ज़ नमाज़ों में से आख़िरी (रात की) नमाज़ है। इसमें कुल 17 रकाअत होती हैं।


🌙 ईशा की नमाज़ कैसे पढ़ें?

🧎‍♂️ कुल रकाअत: 17

प्रकार रकाअत फ़र्ज़/नफ़्ल
1. सुन्नत-ए-मुअक्कदा 4 रकाअत सुन्नत (पक्की)
2. फ़र्ज़ 4 रकाअत अनिवार्य (फ़र्ज़)
3. सुन्नत-ए-ग़ैर मुअक्कदा 2 रकाअत सुन्नत (साधारण)
4. वित्र (Witr) 3 रकाअत वाजिब
5. नफ़्ल (इच्छा अनुसार) 4 रकाअत नफ़्ल

📜 1. नियत (Niyat) कैसे करें?

उदाहरण – फ़र्ज़ की नियत:

“मैं चार रकाअत फ़र्ज़ नमाज़ ईशा की, काबा शरीफ की तरफ़, अल्लाह के लिए, पढ़ने की नियत करता हूँ, अल्लाहु अकबर।”

सुन्नत या वित्र के लिए आप उसी तरह कह सकते हैं बस “फ़र्ज़” की जगह “सुन्नत” या “वित्र” कहें।


🕋 2. नमाज़ पढ़ने का तरीका (Tarika)

हर दो रकाअत का तरीका एक जैसा है। एक नमाज़ की दो रकाअत में क्या होता है:

प्रत्येक रकाअत में:

  1. नियत बाँधें और “अल्लाहु अकबर” कहें।
  2. सना पढ़ें:

    “सुभानकल्लाहुम्मा वबिहम्दिका वतबारकस्मुका, वतआला जद्दुका वला इलाहा ग़ैरुक।”

  3. सूरह फातिहा पढ़ें:

    “अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन…”

  4. फिर कोई दूसरी सूरह (जैसे: क़ुल हुवल्लाहु अहद) पढ़ें।
  5. रूकू (झुकना):

    “सुभाना रब्बियल अज़ीम” (3 बार)

  6. क़ौमा (खड़ा होना):

    “समीअल्लाहु लिमन हामिदा, रब्बाना लकल हम्द।”

  7. सजदा:

    “सुभाना रब्बियाल अ’ला” (3 बार)

  8. दूसरा सजदा भी इसी तरह करें।
  9. दूसरी रकाअत में तशह्हुद के लिए बैठें और “अत्तहियातु, अल्लाहुम्मा सल्ली…” पढ़ें।

📜 तशह्हुद (बैठकर पढ़ी जाने वाली दुआ):

अत्तहियातु लिल्लाहि वस्सलावातु वत्तय्यिबातु…
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन वअला आले मुहम्मद…


🌌 3. वित्र नमाज़ (3 रकाअत)

तीसरी रकाअत में कुनूत की दुआ पढ़ी जाती है।

📖 कुनूत की दुआ:

“अल्लाहुम्मा इन्ना नस्तईनुका वनस्तग़फिरुका…”

अगर आप चाहें तो मैं इसका पूरा PDF बना सकता हूँ जिसमें सभी रकाअत, दुआएँ और तरजुमा हो।


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