Tabbat Yada Surah Lahab In Hindi, Fazilat, PDF Download – सूरह लहब 2025

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Tabbat Yada Surah Lahab In Hindi से जुड़ी सभी जानकारी देने वाले है। हमारी आप सभी से गुज़ारिश है, की आप लेख को पूरा ज़रूर पढ़े। तो चलिए आगे बढ़ते है।

सूरह लहब मक्की की सूरह है। जिसमे 5 आयतें हैं। सूरह लहब कुरआन में 30वें पारा में 111 नंबर की सूरत है। इस सूरह की आयत  1 में (तब्बत) शब्द आता है। जिस कारण ही इसको ( सूरह तब्बत ) का नाम दिया गया है।

इब्ने अब्बास ( रज़ियल्लाहु अन्हुमा ) से रिवायत है कि जब नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को यह आदेश दिया गया कि आप अपने करीबियों को अल्लाह से डरायें, तो आप सफा “पहाड़ी” पर गये, और पुकाराः “हाय भोर की आपदा!” यह सुन कर कुरैश के सभी परिवार जन एकत्र हो गये।

तब आप ने कहाः अगर मैं तुम से कहूँ कि इस पर्वत के पीछे एक सेना है। जो तुम पर आक्रमण करने को तैयार है। तो तुम मेरी बात मानोगे? सब ने कहाः हाँ। हमने कभी आप से झूठ नहीं आजमाया।

आप ने फरमायाः मैं तुम्हें आग (नर्क) की बडी यातना से सावधान करता है। इस पर किसी के कुछ बोलने से पहले आप के चचा “अबु लहब” ने कहाः तुम्हारा सत्यानास हो! क्या हमें इसी लिये इकठ्ठा किया है?

इसके साथ ही और एक रिवायत में यह भी है कि उसने आप  सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को मारने के लिए पत्थर भी उठाया है। इसी पर यह  सूरह उतारी गई है। (देखियेः सहीह बुख़ारीः 4971, और सहीह मुस्लिमः 208)

इस सूरत की 1 से 3 तक की आयत में नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के दुश्मन अबू लहब के बुरे परिणाम से सूचित किया गया है। फिर 4 और 5 आयत में उस की पत्नी के शिक्षाप्रद परिणाम का दृश्य दिखाया गया है। जो नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से बैर रखने में अपने पति के साथ शामिल थी।

सूरह लहब हिंदी में ( Surah Lahab In Hindi )

बिस्मिल्लाहहिर्रहमाननिर्रहीम

1. तब्बत यदा अबी लहबिव वतब्ब

2. मा अगना अन्हु मलुहू वमा कसब

3. सयसला नारन ज़ात लहब

4. वम रअतुहू हम्मा लतल हतब

5. फिजीदिहा हब्लुम मिम मसद


सूरह लहब हिंदी में तर्जुमा के साथ ( Surah Lahab Tarjuma In Hindi )

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम

अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।

तब्बत यदा अबी लहबिव वतब्ब

अबू लहब के दोनों हाथ टूट जाएँ और वो हलाक हो जाये

मा अगना अन्हु मलुहू वमा कसब

न तो उसका माल उसके काम आया न तो उसकी कमाई

सयसला नारन ज़ात लहब

अब वो भड़कती आग में दाखिल होगा

वम रअतुहू हम्मा लतल हतब

और उसकी बीवी भी जो सर पर लकड़ियाँ लाद कर लाती है

फिजीदिहा हब्लुम मिम मसद

उसके गले में एक खूब बटी हुई रस्सी होगी


Tabbat Yada Surah Lahab Image In Hindi, Arabic, Tarjuma


Tabbat Yada Abi Lahab Surah In Hindi Pdf Download

हमने अपने सभी दिनी बहन भाइयों को  सूरह लहब को हिन्दी में तर्जुमा के साथ बताया है। जिसको पढ़ने में आपको आसानी हुई होगी।

इसके साथ ही आपको Tabbat Yada Abi Lahab Surah In Hindi Pdf भी उपलब्ध कराई है। ताकि आप इसको डाउनलोड कर सूरह लहब याद कर सकते है।

Tabbat Yada Abi Lahab Surah In Hindi Pdf Download

तब्बत यदा अबी लहब सूरह के फायदे ( Benefits Of Surah Al Lahab )

बारिश का इन्काद यानी अल्लाह से बारिश को रोकने की दुआ

यदि कोई शख्स किसी शादी या किसी दुसरे दीनी प्रोग्राम में जा रहा हो और फिर सफ़र में बारिश पड़ जाती है। तो उस शख्स को चाहिए कि वह सूरह अल लहब की तिलावत करे। इस सूरह की तिलावत करने से इंशा अल्लाह, अल्लाह सुब्हाना व तआला उसकी दुआ ज़रूर क़ुबूल करेंगे।

किसी की धमकी या डर का सामना करना

  • इसके साथ ही आप मान ले की आपको किसी ने डराया है और बेवजह आपको धमकी भी दे रहा है। तो अगर आप इस स्तिथि में दो बार सूरह लहब की तिलावत करके उस शख्स का सामना करते है। तो अल्लाह आपकी मदद करता है उस शख्स का सामना करने में।
  • Surah Al Lahab इंसान के लिए सफाअत और डर से फ़ज़ीलत प्रदान करती है।

गैर अख्लाकी काम को करने से डरना

  • आपको सूरह अल लहब को पढ़कर जहन्नुम के अजाब से डरना चाहिए। यह बहुत जरूरी है कि सभी मुसलमानों को अल्लाह से अधिक डरना चाहिए। और उन बातो पर अम्ल करना चाहिए। जो अल्लाह और आप ने करने के लिए बताई है।
  • अगर कोई भी शख्स गैर अख्लाकी काम करता  है। जिसमे विषेकर इस्लाम में बदकारी और बदकारी से मुताल्लिक माअमलात में अल्लाह सुब्हाना व तआला से डरना आवश्यक है।

तकलीफ दह जिन्दगी से दूर

आप इस सूरत से एक और फायदा हासिल कर सकते है, जैसा की कोई शख्स है जो अबू लहब जैसा किरदार रखता हो जो इस्लाम में बोहतान लगाना पसंद करता हो दूसरों को निचा दिखाना पसंद करता हो तो उसे यकीनी तौर पर तकलीफ से भरी जिन्दगी का सामना करना पड़ेगा। पर अगर वह शख्स अपने पापो का प्रायश्चित करना चाहता है। तो उनको सूरह लहब की तिलावत करनी चाहिए।


ये सूरत अल लहब कब नाजिल हुई ?

तो यह सूरह जब उतारी गई जब हुज़ूर स.अ. ने अल्लाह तआला के हुक्म से पहली बार सफा पहाड़ी पर चढ़ कर मक्का वालों को जमा किया और उन के सामने इस्लाम की दावत दी। जिसके बाद अबू लहब ने कहा “ तुम हालाक हो जाओ क्या तुमने हमें इस कारण जमा किया था ” उस मौके पर ये सूरत नाजिल हुई।

अबू लहब की बीवी उम्मे जमील भी आप स.अ. के खिलाफ थी और उनको तकलीफ पहुँचाने में आगे आगे रहती थी। वैसे तो अबू लहब मक्का के दौलत मंद लोगों में से एक था।

मगर कंजूसी का यह आलम था की उसकी बीवी पीठ पर लकड़ियों का ढेर   बुनी हुई रस्सी से अपनी पीठ पर रख कर गर्दन से बाँध लेती थी।  इस सुरह में अबू लहब और उसकी बीवी के हुए बुरे अंजाम का ज़िक्र है ये “ हाथ टूट जाएँ और बर्बाद हो जाए ” एक मुहावरा है जो उर्दू में भी बोला जाता है।

हम उम्मीद करते है की आप सभी को Tabbat Yada Surah Lahab In Hindi  बताए है। अगर हम से इस लेख को लिखने में कोई गलती हुई हो तो आप हमे ज़रूर बताना। ताकि हम अपनी गलती को सुधार सके और आप लोगो तक एक सही पैगाम पंहुचा सकें।

Certainly! Here’s a comprehensive guide to Surah Al-Lahab (Surah Tabbat Yada) in Hindi, including its meaning (Tarjuma), Fazilat (Virtues), and how to access or download it in PDF format legally and safely.


🌙 Surah Al-Lahab (सूरह लहब) | Surah Tabbat Yada – in Hindi

Surah Name: Al-Lahab (Also called Tabbat Yada)
Surah Number: 111
Total Verses: 5
Revealed In: Makkah
Meaning of “Tabbat Yada”: “Perish the hands…”


📖 Surah Al-Lahab in Arabic with Hindi Translation (तर्जुमा)

Arabic:
تَبَّتْ يَدَا أَبِي لَهَبٍ وَتَبَّ
Hindi:
“अबू लहब के दोनों हाथ टूट गए और वह स्वयं भी बर्बाद हो गया।”

Full Surah with Hindi Translation:

  1. तब्बत् यदा अबी लहबिव् व-तब्ब
    अबू लहब के दोनों हाथ टूट गए और वह स्वयं भी बर्बाद हो गया।
  2. मा अग़ना अन्हू माआलुहू व-मा कसब
    उसके माल और जो कुछ उसने कमाया, वह उसके किसी काम न आया।
  3. सयस्-ला ना-रं ज़ा-ता लहब
    वह जल्द ही भड़कती हुई आग में झोंका जाएगा।
  4. व-म-रअतूहू हम्मा-लतल-ह-तब
    और उसकी पत्नी भी, जो लकड़ियाँ ढोया करती थी।
  5. फ़ी जि-दीहा हब्लुम मिन मसद
    उसकी गर्दन में खजूर की रस्सी होगी।

🌟 Fazilat (फज़ीलत) – सूरह लहब की विशेषता

  1. हक़ और बातिल का फर्क:
    यह सूरह उन लोगों की निंदा करती है जो इस्लाम का विरोध करते हैं, चाहे वे रसूल (स.अ.) के निकट संबंधी ही क्यों न हों।
  2. सच्चाई की जीत:
    यह सूरह दर्शाती है कि इस्लाम के शत्रु चाहे जितना विरोध करें, हक़ की जीत निश्चित है।
  3. दुनिया और आखिरत का अंजाम:
    इसमें दुनिया में किए गए कर्मों का असर आखिरत में कैसे होता है, यह बताया गया है।

📥 PDF Download Sources (वैध और सुरक्षित)

You can download Surah Lahab in Hindi PDF with translation and fazilat from these trusted sources:

  1. Quran.com
    • Full Arabic text with Hindi translation
    • Also available as PDF export from the website
  2. IslamicBooklet.org
    • Offers free downloadable PDFs of individual Surahs including Hindi Tarjuma
  3. [Quran Hindi Apps (Android/iOS)]
    • Apps like Quran Majeed, Ayat, or iQuran
    • Allow you to read offline and even export PDFs
    • Most have Hindi language support
  4. Archive.org
    • Search for: “Hindi Quran with Surah Lahab”
    • Many public domain PDFs available for free and safe download

🕌 When to Recite Surah Lahab

  • To reflect on arrogance, pride, and denial of truth.
  • To remind oneself of the fate of those who oppose divine guidance.
  • During Tafsir classes, Islamic studies, or daily Quranic recitation.

💡 Pro Tip

To build a regular habit of understanding the Quran:

  • Use Hindi Quran apps that offer daily Surah reminders.
  • Keep a small printed PDF version of Hindi translation for offline reading.
  • Pair recitation with audio, especially when learning correct pronunciation (Tajweed).

Would you like me to create a custom Surah Lahab Hindi PDF with translation and fazilat for you? I can generate one and share the content here, ready to copy or print.

Leave a Comment

error: Content is protected !!