सूरह अत तीन हिन्दी में – Surah At Tin in Hindi

Wattini wazzaitun surah OR Surah Tin in Hindi :- अस्लामलैकुम मेरे प्यारे दोस्तों भाइयों और बहनों आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं – सूरह तीन के बारे में साथ मे इसका तर्जुमा भी आप लोगो के साथ शेयर करने वाले हैं, तो अगर आप जानना चाहते हैं, कि सूरह तीन क्या है ? इसका तर्जुमा क्या है ?

तो हमारे इस पोस्ट Surah Tin In Hind को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें, ताकि पूरी जानकारी आप को मिल सके ।

सूरह तीन क्या है ? – What is surah tin in hindi

दोस्तों, सूरह तीन को हम सूरह अत-तीन के भी नाम से हम जानते हैं, सूरह तीन कुरान शरीफ की 30 वी पारा में मौजूद 95वी सूरह है जिसमे कुल 8 आयते है ।

सूरह का नाम सूरह अत-तीन
पारा नंबर 30
सूरह नंबर 95
कुल आयतें 8
कुल शब्द 34
कुल अक्षर 162

सूरह तीन हिंदी में – Surah Tin In Hindi OR Wattini wazzaitun surah

बिस्मिल्ला हिर रहमानिर रहीम

1. वत तीनि वज़ ज़ैतून

2. वतूरि सीनीन

3. व हाज़ल बलादिल अमीन

4. लक़द खलक नल इन्साना फ़ी अहसनि तक़वीम

5. सुम्मा रदद नाहू अस्फला साफिलीन

6. इल्लल लज़ीना आमनू व अमिलुस सालिहाति फ़लहुम अजरुन गैरु ममनून

7. फ़मा युकज्ज़िबुका बअ’दू बिददीन

8. अलैसल लाहू बि अह्कमिल हाकिमीन


Surah Tin in Arabic

بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ‎

وَٱلتِّينِ وَٱلزَّيْتُونِ‎

وَطُورِ سِينِينَ‎

وَهَٰذَا ٱلْبَلَدِ ٱلْأَمِينِ‎

لَقَدْ خَلَقْنَا ٱلْإِنسَٰنَ فِىٓ أَحْسَنِ تَقْوِيمٍ‎

ثُمَّ رَدَدْنَٰهُ أَسْفَلَ سَٰفِلِينَ‎

إِلَّا ٱلَّذِينَ ءَامَنُوا۟ وَعَمِلُوا۟ ٱلصَّٰلِحَٰتِ فَلَهُمْ أَجْرٌ غَيْرُ مَمْنُونٍ‎

فَمَا يُكَذِّبُكَ بَعْدُ بِٱلدِّينِ‎

أَلَيْسَ ٱللَّهُ بِأَحْكَمِ ٱلْحَٰكِمِينَ


Surah Tin in English

Bismillah hir rahmanir rahim

1. Vat Teeni Vaz Zaitoon

2. Waturi Seinen

3. Wa Hazal Baladil Amin

4. Laqd Khalak Nal Insana Fi Ahsani Takweem

5. Summa rdad nahu asfala safilin

6. Illal Lazina Aamnu and Amilus Salihati Falhum Arjun Garu Mamnoon

7. Fama Yukazzibuqa Ba’du Biddin

8. Alaisal Lahu Bi Ahkamil Hakimin


सूरह तीन तर्जुमा हिंदी में – Surah Tin Tarjuma in Hindi

बिस्मिल्ला हिर रहमानिर रहीम

शुरू अल्लाह के नाम से, जो बड़ा महेरबान, रहम बाला है।

वत तीनि वज़ ज़ैतून

क़सम है इन्जीर और ज़ैतून की।

वतूरि सीनीन

और सहराए सीना के पहाड़ तूर की।

व हाज़ल बलादिल अमीन

और इस अम्नो अमान वाले शहर की।

लक़द खलक नल इन्साना फ़ी अहसनि तक़वीम

हम ने इंसान को बेहतरीन सांचे में ढाल कर पैदा किया है।

सुम्मा रदद नाहू अस्फला साफिलीन

फिर हम उसको पस्त से पस्त तर कर देते हैं।

इल्लल लज़ीना आमनू व अमिलुस सालिहाति फ़लहुम अजरुन गैरु ममनून

हाँ जो लोग ईमान लाये और नेक अमल किये तो उनको ऐसा अज्र मिलेगा जो कभी ख़त्म नहीं होगा।

फ़मा युकज्ज़िबुका बअ’दू बिददीन

फिर ए इंसान वो क्या चीज़ है जो तुझे जज़ा व सज़ा को झुटलाने पर आमादा कर रही है।

अलैसल लाहू बि अह्कमिल हाकिमीन

क्या अल्लाह सब हाकिमों से बड़े हाकिम नहीं हैं।


निष्कर्ष – Conclusions

तो दोस्तो आज हमने सूरह तीन OR Wattini wazzaitun surah के बारे में जाना और साथ मे ये भी जाना, कि इसका तर्जुमा क्या होता है ?

अगर आप के मन मे सूरह तीन से जुड़े कोई सवाल हो तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर बताये। इसे अपने दोस्तों औऱ रिस्तेदार के साथ इसे जरूर साझा करे ताकि वो भी इस जानकारी को पा सके।

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