सफर की दुआ हिंदी Safar Ki dua

Safar Ki dua

Contents

Safar ki dua

Safar ki dua in hindi

Safar me jane ki dua

Wazifa 

Safar ki dua

जब सफर का इरादा करे तो ये दुआ पढ़े,

Safar ki dua

अल्लाहुम्मा बिका असुलू वा बिका अहुलु वा बिका असिरु,

अये अल्लाह मैं तेरी ही मदद से(दुश्मनों पर) हमला करता हू और तेरी ही मदद से(उनके दफा करने की) तदबीर करता हू और तेरी ही मदद से चलता हू,

Safar ki dua सफर की dua

Safar ki dua

Safar ki dua

जब सवार होने लगे और पायदान पर कदम रखें तो बिस्मिल्लाह कहें और जब सीट पर बैठ जायें तो

अल्हम्दुलिल्लाह कहें फिर ये आयेत पढ़ें,

सुभानअल्लाजी सख्खर लना हाजा वमा कुन्ना लहू मुकरिनीना वा इन्ना इला इला रब्बीना लामुन्कलीबुन,

अल्लाह पाक है जिसने इसको हमारे कब्जे मे दे दिया और हम(उसकी कुदरत के बगैर) इसे कब्ज़ा मे करने वाले ना थे और बला सुबह हमको अपने रब की तरफ जरूर जाना है

Safar ki dua jab baithne lage सफर की दुआ

Safar ki dua

इसके बाद तीन बार अल्हम्दुलिल्लाह और तीन बार अल्लाहुअकबर कहे और फिर ये पढ़े,

सुभहा नका इन्नी जलमतू नफ़्सी फागफिरली फाइन्नाहू ला यज्ञफिरूज्जूनूबा इल्ला अन्ता,

अये खुदा तू पाक है बेशक़ मैंने अपने नफ़्स पर जुल्म किया तो तू मुझे बख्श दे कियोकि सिर्फ तूही गुनाह बख्शता है,

Safar ki dua sawari par sawar hone ki du

Safar ki dua

जब सफर को रवाना होने लगें तो ये दुआ पढ़ें,

अल्लाहुम्मा इन्ना नस अलुका फी सफारिना हाजल बिर्रा वा वत्तकवा वा मिनल अमाली मा तरदा,

अये अल्लाह हम तुझसे इस सफर मे नेकी और परहेजगारी का सवाल करते हैँ और उन आमाल का सवाल करते है जिनसे आप राजी हो,

अल्लाहुम्मा हव्विन अलैना सफा रना हाजा वत्वी लना बुय दहु,

अल्लाहुम्मा अन्तस साहिबू फिस्सफारी वल खलिफतु फिल अहली,

अये अल्लाह हमारे इस सफर को हमपर आसान फरमा दे और इसका रास्ता जल्दी जल्दी तैं करा दे अये अल्लाह तू सफर मे हमारा साथी है और हमारे पीछे खर का कारसाज

अल्लाहुम्मा इन्नी औजुबिका मिन वाअशाइस्सफारी वा काअ बतिलमन्जरी वा सूइल मुनकलाबी फिल माली वल अहली वल वलादी वल हौरी बादल कौरी वा दावातल मजलूमी,

अये अल्लाह मैं तेरी पनाह चाहता हू सफर की मशाक्कत से और बुरी हालत के देखने से और वापस होकर माल मे या औलाद मे बुराई देखने से और बनने के बाद बिगड़ने से और मजलूम की बद दुआ से,

Safar me jane ki dua सफर मे जाने की दुआ

Safar ki dua

जब बुलंदी ऊचाई पर चढ़े तो अल्लाहुअकबर पढ़े और जब बुलंदी ऊचाई से नीचे उतरे तो सुभानअल्लाह कहे और जब किसी मैदान या पानी बहने के नशेब मे गुजरे तो लाइलाहा इल्लल्लाहु वल्लाहुअकबार पढ़े और अगर पैर फिसल जाये या एक्सीडेंट हो जाये तो बिस्मिल्लाह कहे,

Safar ki dua

Safar ki dua

Safar me jane ki dua

Wazifa 

Safar ki dua

Leave a Comment

error: Content is protected !!