Surah Qadr In Hindi :- अस्लामलैकुम मेरे प्यारे दोस्तों भाइयों बहनों आज के इस पोस्ट हम सूरह क़दर के बारे में बात करने वाले हैं और जानने वाले हैं, कि सूरह क़दर क्या है ? इसके साथ इसका तर्जुमा भी आप लोगो के साथ शेयर करने वाले हैं ।
तो अगर आप सूरह कदर के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे इस पोस्ट Surah Qadr In Hindi शुरू से अंत तक पढ़े ताकि पूरी जानकारी आप को मिल सके।
सूरह क़दर क्या है ? – What is surah Qadr in Hindi
Contents
दोस्तों सबसे पहले हम आप को बता दें कि सूरह क़दर को हम सूरह अल-कद्र के भी नाम से भी जानते हैं तो अगर कोई सूरह अल-कद्र बोले तो कंफ्यूज मत होए ।
इसके साथ सूरह क़दर एक मक्की सूरह है जो कुरान शरीफ की पारा नंबर 30 में मौजूद है जो ,सूरह नंबर 97 है इस सूरह में कुल 8 आयते , और 114 हर्फ है ।
सूरह का नाम | सूरह अल-कद्र |
पारा नंबर | 30 |
सूरह नंबर | 97 |
कुल आयतें | 5 |
कुल हर्फ़ | 114 |
सूरह क़दर हिंदी में – Surah Qadr In Hindi
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमानिर्रहीम
1. इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैयलतिल कद्र
2. वमा अदराका मा लैयलतुल कद्र
3. लैयलतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
4. तनज्जलुल मलाइकतु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
5. सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र
Surah Qadr In English
bismillah-hirrahmanirrahim
1. Inna Anzal Nahu Fi Laylatil Qadr
2. Vama Adraka Ma Laylatul Qadr
3. Laylatul Qadri Khairum Min Alfi Shahr
4. Tanajjalul malikatu vararuhu fiha biijni rabbihim min kulli amr
5. Salamun hi hatta mat lil fajr
सूरह क़दर अरबी में – Surah Qadr In Arabic
بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
إِنَّآ أَنزَلْنَٰهُ فِى لَيْلَةِ ٱلْقَدْرِ
وَمَآ أَدْرَىٰكَ مَا لَيْلَةُ ٱلْقَدْرِ
لَيْلَةُ ٱلْقَدْرِ خَيْرٌ مِّنْ أَلْفِ شَهْرٍ
تَنَزَّلُ ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ وَٱلرُّوحُ فِيهَا بِإِذْنِ رَبِّهِم مِّن كُلِّ أَمْرٍ
سَلَٰمٌ هِىَ حَتَّىٰ مَطْلَعِ ٱلْفَجْرِ
सूरह कदर का तर्जुमा हिंदी में – surah qadr Tarjuma in Hindi
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
1. इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैयलतिल कद्र
बेशक हम ने कुरान को शबे क़द्र में नाजिल फ़रमाया है।
2. वमा अदराका मा लैयलतुल कद्र
और आप को मालूम है कि शबे क़द्र क्या है ?
3. लय्लतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है
4. तनज्जलुल मलाइकातु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
इस रात में फ़रिश्ते रूहुल अमीन (जिबरईल अलैहिस सलाम) अपने रब के हर काम का हुक्म लेकर उतरते हैं
5. सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र
ये रात (सारापा) पूरी तरह सलामती है, जो सुबह फज्र होने तक रहती है।
Surah-al -Qadr ki Tafseer
सूरह अल-क़द्र में अल्लाह ताला ने रमज़ान महीने की एक खास रात का ज़िक्र किया है मतलब 21, 23, 25 ,27 ,और 29वी इन सब रातों में से एक ।
निष्कर्ष – Conclusions
तो दोस्तों आज आप ने सूरह अल कद्र के बारे में जाना और साथ मे इसका तर्जुमा भी जाना तो आप को हमारा ये पोस्ट Surah Qadr In Hindi कैसी लगी अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरुर दें ।
अगर आप के मन मे इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल हो, तो जरुर पूछे इसे अपने दोस्तों और रिस्तेदार के साथ शेयर जरूर करें।
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