Musibat ki Dua :- मुसीबत और परेशानी किसके पास नहीं, लेकिन जिस तरह हर बीमारी का इलाज है, उसी तरह हमारे कुरान में भी हर चीज की दुआ है ।
तो आज हम आपके सामने Musibat ki Dua के बारे में जिक्र करने वाले हैं। अल्लाहः ताला फरमाते है, अगर कोई परेशानी की हालत में इस दुआ को पढ़ता है, तो अल्लाह ताला उसकी परेशानी से निजात दिलाता है।
अगर कोई पहले परेशानी आने से पहले इस दुआ को पढ़ता है, तो उस पर जो परेशानी आने वाली होती है, खुदा की फ़ज़ल से वो तल जाती है।
तो इस पोस्ट में हम Musibat ki Dua in Hindi बारे पूरी जानकारी देने वाले हैं, तो पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें ।
Musibat ki Dua in Hindi
Contents
मुसीबत की दुआ:- हस्बु -नल्लाहु वनिअ-मल वकीलु,अ-लल्लाहि त-वक्कलना
तर्जुमा :- हमारे लिये अल्लाह काफी है और वह बहुत ही अच्छा वकील हैं और हमे अल्लाह पर ही यकीन करना चाहिए।
Musibat ki Dua in English
Hasbu-nallahu Wa NI-a-Mal Vakeel ,Alallahi Ta Wakkalnaa .
Musibat ki Dua कब पढ़नी चाहिए ?
इस दुआ को पढ़ने का कोई फिक्स समय नहीं है ऐसा नहीं है कि जब आप पर मुसीबत या परेशानी आये तभी इस दुआ को पढ़े । हमें हर समय इन दुआ को पढ़ना चाहिए ताकि जो मुसीबत आने वाली हो वो तल जाए ।
आप उस सुबह फ़ज़र के नमाज के बाद एक दफा और शाम में मगरिब के बाद एक दफा पढ़ लें ।
निष्कर्ष ( conclusion ) :-
तो दोस्तों आज हमने सीखा की Musibat ki Dua in Hindi के बारे में और जाना कि मुसीबत में कौन से दुआ पढ़नी चाहिए ।
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